विलयन | विलयन किसे कहते हैं | विलयन किसे कहते हैं उदाहरण लिखिए | विलयन के उदाहरण
दो या दो से अधिक पदार्थों का समांग मिश्रण विलयन कहलाता है। विलयन के सभी भागों में एकरूपता रहती है और विलयन के पदार्थों के बीच रसायनिक संयोग नहीं होता है।
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विलयन :
दो या दो से अधिक पदार्थों का समांग मिश्रण विलयन कहलाता है। विलयन के सभी भागों में एकरूपता रहती है और विलयन के पदार्थों के बीच रसायनिक संयोग नहीं होता है I
- विलयन के दो भाग होते हैं-
- विलायक (Solvent):- जिस द्रव में किसी पदार्थ को घुलाया जाता है उस द्रव को विलायक कहते हैं। विलायक परिक्षेपण माध्यम (Dispesion medium) भी कहलाता है ।
- सामान्यतः विलयन में जिस जिस पदार्थ की मात्रा ज्यादा होती है उसे विलायक कहते हैं ।
- उदा० - चीनी- जल के विलयन में जल विलायक है ।
- सामान्यतः विलयन में जिस जिस पदार्थ की मात्रा ज्यादा होती है उसे विलायक कहते हैं ।
- विलेय (Solute )- जो पदार्थ द्रव में घुलकर विलयन बनाता है वह विलेय कहलाता है । विलेय को परिक्षेपित कण (Dispersed particles) भी कहते हैं ।
- समान्यतः विलयन में जो पदार्थ कम मात्रा में रहता है उसे विलेय कहते हैं।उदा०-
- चीनी - जल के विलयन में चीनी विलेय है और जल विलायक
- आयोडीन तथा ऐल्कोहॉल के विलयन जिसे टिंक्चर आयोडीन कहते हैं में आयोडीन विलेय है तथा एल्कोहॉल विलायक है ।
- पेय-पदार्थ जैसे- सोडा जल, कोक आदि में CO2 गैस विलेय है और जल विलायक ।
- वायुमंडल में नाइट्रोजन गैस विलायक है तथा अन्य सभी गैस विलेय ।
- समान्यतः विलयन में जो पदार्थ कम मात्रा में रहता है उसे विलेय कहते हैं।
विलायक (Solvent) के प्रकार-
- ध्रुवीय विलायक (Polar Solvent ) - इस प्रकार के विलायक में हाइड्रॉक्सील (OH) तथा कार्बोक्सिल समूह रहते हैं जिसके कारण यह अपेक्षाकृत अधिक सक्रिय और प्रबल होते हैं तथा कई पदार्थों को घुलाने की क्षमता रखते हैं । ध्रुवीय विलायक का परावैद्युतांक नियतांक (Dielectric Constant ) ऊँचा होता है।
- अध्रुवीय विलायक (Non-Polar Solvent) - यह विलायक रसायनिक रूप से निष्क्रिय होते हैं तथा इसका परावैद्युतांक नियतांक का मान निम्न होता है जिसके कारण यह बहुत ही कम पदार्थों को घुला पाते हैं।
- जल को सार्वत्रिक विलायक (Universal Solvent) कहते हैं क्योंकि जल का परावैद्युतांक काफी उच्च होता है।
विलयन के प्रमुख गुण-
- वास्तविक विलयन पूर्णतः समांग होता है।
- विलयन स्वच्छ एवं पारदर्शी होता है।
- विलयन को कुछ समय तक स्थिर छोड़ देने पर भी विलेय के कण नीचे नहीं बैठते हैं।
- विलयन में विलेय और विलायक के कण को माइक्रोस्कोप की सहायता से नहीं देखा जा सकता है।
- विलयन के अवयवों (Component) को छानकर अलग नहीं किया जा सकता है ।
- विलयन के कणों का व्यास 10- 8 cm से भी कम होता है ।
विलयन के प्रकार-
- संतृप्त विलयन (Saturated Solution )- किसी निश्चित ताप पर बना वह विलयन जिसकमें विलेय की अधिकतम मात्रा घुली हो, संतृप्त विलयन कहलाता है ।
- असंतृप्त विलयन (Unsatured Solution)- किसी निश्चित ताप पर बना वह विलयन जिसमें विलेय की और अधिक मात्रा उस ताप पर धुलाई जा सकती है, असंतृप्त विलयन कहलाता है।
- निम्न प्रकार से विलयन संतृप्त है या असंतृप्त इसकी जांच हो सकती है-
- विलयन में थोड़ा विलेय डालकर कॉच की धड़ से अच्छी तरह मिलाने पर यदि विलेय घुल जाता है तो विलयन असंतृप्त है और यदि विलेय नहीं घुलता है तो विलयन संतृप्त है ।
- निम्न प्रकार से विलयन संतृप्त है या असंतृप्त इसकी जांच हो सकती है-
- अतिसंतृप्त विलयन (Super satured Solution ) - वह संतृप्त विलयन जिसमें विलेय की मात्रा आवश्यक लिवेय की मात्रा आवश्यक विलेय की मात्रा से अधिक घुली हो अतिसंतृप्त विलयन कहलाता है ।
